Saturday, 22 December 2018

राजपूतो और मुस्लिम लड़कियो के वैवाहिक संबंध

अक्सर हिन्दू राजपूतो को नीचा दिखाने के लिए जोधा अकबर का झूठा वैवाहिक संबंध इतिहास बताया जाता है!

तो आज में सच्चा इतिहास लायी हुं राजपूतो और मुस्लिम लड़कियो के वैवाहिक संबंध बनाने का इतिहास!

1-अकबर की बेटी शहज़ादी खानूम से महाराजा अमर सिंह जी का!

2-कुँवर जगत सिंह ने उड़ीसा के अफगान नवाब कुतुल खा कि बेटी मरियम से विवाह!

3-महाराणा सांगा मुस्लिम सेनापति की बेटी मेरूनीसा से ओर तीन मुस्लिम लड़किया से विवाह!

4-महाराणा कुंभा (अपराजित योद्धा) का जागीरदार वजीर खा की बेटी से विवाह!

5-बप्पा रावल (फादर ऑफ रावलपिंडी) गजनी के मुस्लिम शासक की पुत्री से और 30 से अधिक मुस्लिम राजकुमारीयो से विवाह!

6-विक्रमजीत सिंह गोतम का आज़मगढ़ की मुस्लिम लड़की से विवाह!

7-जोधपुर के राजा राजा हनुमंत सिंह का मुस्लिम लड़की ज़ुबेदा से विवाह!

8-चंद्रगुप्त मौर्य (राजपूत) का सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस निकेटर की बेटी हेलेना से विवाह!

9-महाराणा उदय सिंह II ने एक मुस्लिम लड़की लाला बाई से विवाह

10-राजा मान सिंह मुस्लिम लड़की मुबारक से विवाह!

11-अमरकोट के राजा वीरसाल का हामिदा बानो से विवाह!

12-राजा छत्रसाल का हैदराबाद के निजाम की बेटी रूहानी बाई से विवाह

13-मीर खुरासन की बेटी नूर खुरासन का राजपूत राजा बिन्दुसार से विवाह

ये तो वैवाहिक संबंध की बात हुई अब राजपुत राजाओ की मुस्लिम प्रेमिकाओ पर बात करते हैं!

1-अल्लाउदीन खिलजी की बेटी "फिरोजा"" जो जालोर के राजकुमार विरमदेव की दीवानी थी वीरमदेव की युद्ध मै वीरगति प्राप्त होने पर फिरोजा सती हो गयी थी!

2-औरंगजेब की एक बेटी ज़ेबुनिशा जो कुँवर छत्रसाल के पीछे दीवानी थी ओर प्रेम पत्र लिखा करती थी ओर छत्रसाल के अलावा किसी ओर से शादी करने से इंकार कर दिया था!

3-औरंगजेब की पोती ओर मोहम्मद अकबर की बेटी सफियत्नीशा जो राजकुमार अजीत सिंह के प्रेम की दीवानी थी!

4-इल्तुतमिश की बेटी रजिया सुल्तान जो राजपूत जागीरदार कर्म चंद्र से प्रेम करती थी!

5-औरंगजेब की बहन भी छत्रपति शिवाजी की दीवानी थी शिवाजी से मिलने आया करती थी!

राजपुत राजाओ की और भी बहुत सी मुस्लिम बीवीया थी लेकिन वो राज परिवार और कुलीन वर्ग से नहीं थी!

लेकिन उस समय की किताबो में ब्रिटिश और उस समय के कवियों के रचनाओ मैं जिक्र स्पष्ट है!
और ब्रिटिश रिकॉर्ड में भी औऱ ज्यादातर राजपूतो राजाओ की एक से ज्यादा मुस्लिम बीवीया थी लेकिन रक्त शुध्दता की वजह से इनके बच्चो को अपनाया नहीं जाता ओर उन बच्चों को वर्णशंकर मान के जागिर दे दी जाती थी!

तो ये ऐतिहासिक प्रक्षेप चप्पल की तरह फेंक कर उनके मुह पर अवश्य मारिए जो हिन्दुओ को जोधा अकबर जैसे झूठे ऐतिहासिक तथ्यों पर बहस करते हैं!

Friday, 14 December 2018

करणी सेना मुखिया सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के ही कारण यह सत्ता परिवर्तन हुआ

करणी सेना मुखिया सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के ही कारण यह सत्ता परिवर्तन हुआ, राजपूत समाज की पूछ बढ़ेगी उन रावणा राजपूतों, चारण बारहट और राजपुरोहित समाज की पूछ बढ़ी है, जिन्हें उपेक्षित सा कर रखा था ...

राजपूत समाज को भाजपा का गुलाम, वोटबैंक सा समझ रखा था, उसी राजपूत समाज ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा को ऐसी पलटी मारी है, जिसे कई
भाजपा शीर्ष नेता भूल नहीं पाएंगे।

पांच सालों तक जब कांग्रेस मृतप्राय सी, चुप्पी साधे बैठी रही तब राष्ट्रीय करणी सेना और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने ही मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई, हर जनआंदोलन
की अगुवाई सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने ही की ....

भाजपा से नाराजगी के चलते राजपूतों ने ही राजपूतों को
हराया, पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना संगठन सुप्रिमो सुखदेव सिंह गोगामेड़ी वजह से ही हमारे उन रावणा राजपूत भाइयों की, राजपुरोहित और चारण बारहट समाज की राजनीतिक दलों में पूछ बढ़ गई, इसमे कोई दो राय नहीं है, क्योंकि यह सुखदेव सिंह जी गोगामेड़ी का ही राष्ट्रीय स्तर पर एजेंडा था, कि क्षत्रिय वंश से संबन्धित इन सभी समाजों को एक मंच तले, एक बैनर झंडे के नीचे ला एक मजबूत सामाजिक संगठन के रुप में उभरा जाए, और आखिर वो मकसद सफल हुआ, और राजनीतिक तौर पर उपेक्षित कर रखे, संख्याबल में कमजोर इन रावणा राजपूतों, चारण बारहट और राजपुरोहित समाज की पूछ बढ़ी है।

क्षत्रिय समाज के मुखिताओं कारण राजपूत समाज की असमंजस वाली स्थिति के चलते भले ही इस बार 33 जाटों के मुकाबले हमारे 18 राजपूत और 3 रावणा राजपूत ही जीते हैं, पर हमारा राजनीतिक वजूद घटा नहीं बढा ही है, और उसी के चलते यह सत्ता परिवर्तन हुआ है, मृतप्राय सी मात्र इक्कीस विधायकों वाली कांग्रेस को राजस्थान की सत्ता तक पहुंचा दिया, शीर्ष पर पहुंचा दिया।

Sunday, 25 November 2018

बिल्ली शेर की मौसी कहलाई जाती है, आज राजपूत शेरो को बिल्ली मौसी की निति पर चलने की जरूरत है

एक कहावत है कि बिल्ली या तो खावे, और खा न पाए तो खिंडा दे 😀😀

बिल्ली शेर की मौसी कहलाई जाती है, आज राजपूत शेरो को बिल्ली मौसी की निति पर चलने की जरूरत है 😂

जब किसी भी दल में हमारे हितो की चिंता नही तो भाड़ में जाएं, खिंडा दो सारा खेल इसी में हमारी जीत होगी
👊👊💪💪

राजस्थान में किसी भी राजनैतिक दल की सरकार बने क्षत्रियो को घण्टा कोई फर्क नही पड़ता।

बेहतर यही होगा कि सूझबूझ से अपना शक्ति प्रदर्शन किया जाए, किसी दल विशेष के अंधभक्त न बने।
हर सीट पर अलग रणनीति बनाए और ज्यादा से ज्यादा अपने समाज के पर्तिनिधियो को जिताकर विधानसभा भेजें।

1--पहली प्राथमिकता, जहाँ से कोई निर्दलीय या छोटे दल से राजपूत (रावणा राजपूत,भोमिया राजपूत सहित), या चारण, राजपुरोहित, ब्राह्मण, कायमखानी जैसे सहयोगी वर्ग के प्रत्याशी जीतने की स्थिति में हो उन्हें खुलकर जिताएं।

2--आरक्षित 59 सीटो पर स्वर्ण स्वाभिमान मोर्चे द्वारा जातिगत आरक्षण के विरोधी दलित उम्मीदवारों को उतारा है,
इनको मिलने वाला एक एक वोट आपके आक्रोश की अभिव्यक्ति करेगा,
इसलिये हर हाल में हार जीत की फ़िक्र किये बिना इन सभी 59 आरक्षित सीटो पर समता मिशन के उम्मीदवारों को ही खाट (चारपाई) चुनाव चिन्ह पर वोट करें

बेहद महत्वपूर्ण 👆👆

3--जहाँ भाजपा और कांग्रेस से अपने समाज का उम्मीदवार खड़ा हो उसे सभी मतभेद नाराजगी भुलाते हुए एकतरफा मतदान करें, पार्टी चाहे जो भी हो।

जहाँ दोनो दलो से राजपूत उम्मीदवार हों वहां जो बेहतर व्यक्तित्व हो उसे वोट करें।

4--जहाँ कोई राजपूत प्रत्याशी न हो और कोई समाज का शत्रु उम्मीदवार खड़ा हो तो उसे एकतरफा मतदान करते हुए हराने का प्रयास किया जाए।

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राजस्थान से दमदार निर्दलीय या छोटे दलो से राजपूत उमीदवार (कांग्रेस,बीजेपी के अलावा)

1-रणधीर सिंह भींडर वल्लभनगर 

2-मनोज सिंह न्यागली सादुलपुर

3-खुशवीर सिंह जोजावर,मारवाड़ जंक्शन

4-राजेन्द्र सिंह गुढा,उदयपुरवाटी

5-महेंद्र सिंह भाटी,ओसिया

6-कुम्भ सिंह पातावत, फलोदी

7-यशवर्धन सिंह शेखावत झुंझनू

8-रविन्द्र सिंह राणावत जोधपुर शहर

9-किशोर सिंह कानोड़ बायतु
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10-अर्जुन सिंह गोड खानपुर-----------------------------------------

11-रविंद्र सिंह हाडा कोटा दक्षिण ------------
आरक्षित 59 सीटों पर मिशन समता दल के सभी समर्थित उम्मीदवारों को स्वर्ण समाज एकतरफा मतदान करे और अपनी उपेक्षा के प्रति आक्रोश की अभिव्यक्ति करें।
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भाजपा के राजपूत उम्मीदवार

1.सिद्धि कुमारी ,बीकानेर
2.पूनम कंवर,कोलायत
3.राजेन्द्र सिंह राठौड़,चुरू
4.प्रेम सिंह बाजोर,नीमका थाना
5.राव राजेन्द्र सिंह,शाहपुरा
6.राजपाल शेखावत,झोटवाड़ा
7.नरपत S राजवी,विद्याधर नगर
8.सुशीला कंवर,मसूदा
9.मनोहर सिंह ,लाडनू
10.जितेंद्र सिंह,डीडवाना
11.मांन सिंह,परबतसर
12.पुष्पेंद्र राणावत,बाली
13.गजेंद्र सिंह, लोहावट
14.बाबू सिंह,शेरगढ़
15.शम्भू सिंह,सरदारपुरा
16.सांग सिंह,जैसलमेर
17.प्रतापपुरी,पोखरण
18.खुमान सिंह,शिव
19.हमीर सिंह,सिवाना
20.नारायण सिंह,रानीवाड़ा
21.चंद्रभान सिंह,चित्तोड़
22.सुरेंद्र सिंह,कुंभलगढ़
23.महेश प्रताप,नाथद्वारा
24.ओमेंद्र सिंह,हिंडोली
25.कल्पना देवी,लाडपुरा

1.झब्बर सिंह,आसींद (रावणा राजपूत)
1. छगन सिंह,आहोर (राजपुरोहित)
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कांग्रेस के राजपूत उम्मीदवार

1.भंवर सिंह भाटी,कोलायत
2.दीपेंद्र शेखावत,श्रीमाधोपुर
3.प्रताप S खाचरियावास, सिविल लाइन
4.गिरिराज मलिंगा,बाडी
5.महेंद्र रलावता, अजमेर
6.मीना कंवर, शेरगढ़
7.पंकज प्रताप सिंह,सिवाना
8.समरजीत सिंह,भीनमाल
9.गजेंद्र शक्तावत,भींडर
10.नारायण सिंह भाटी,राजसमंद
11.भरत सिंह,सांगोद
12.करण सिंह,छबड़ा
13.मानवेन्द्र जसोल,झालरापाटन
14.उमेद सिंह,बाली (NCP से,कांग्रेस की सहयोगी पार्टी)

15.गणेश सिंह,कुंभलगढ़ (खरवड़ राजपूत)
1.मनीषा पंवार,जोधपुर (रावणा राजपूत)
1.सुरेंद्र सिंह,चितोड़ (चारण)
1.महावीर सिंह,पाली (राजपुरोहित)
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ध्यान रहे कि दोनों ही दलो ने राजस्थान से राजपूतों को मिटाने की कसम खा ली है तो हमे भी किसी की फ़िक्र करने की आवश्यकता नही है।

जो चमचा, अंडभक्त , या अंडविरोधी ज्यादा ज्ञान पेले तो सर्दी में थोड़े हाथ भी गर्म कर लो 👏👏

Friday, 23 November 2018

शायद आप सब जानते होंगे' श्री सूरजपाल अम्मू जी को'

शायद आप सब जानते होंगे' श्री सूरजपाल अम्मू जी को'
अम्मू जी ने पद्मावत फ़िल्म के दौरान बीजेपी से मुह मोड़ लिया था समाज के लिए' बीजेपी में थे बीजेपी में ही रह गए' मंत्री होने के बावजूद राजपूतो का सबसे बड़ा सगठन करणी_सेना को ज्वाइन किया' आजतक किसी भी देश प्रदेश के मंत्री ने हालांकि ज्वाइन नही किया अभी तक'  अब वे बीजेपी में थे बीजेपी में ही रह गए तो हमारे पड़ोसी राज्य राजस्थान के कुछ भाइयो ने इनकीं खूब माँ बहन बेटी तक गालियां दी ' हम सब चुप रहे क्योकि हमे पता था समय पर जवाब देंगे ओर सुनो जब समय पर जवाब दिया जाता है ना तो इतनी जलती है कि बरनोल कम पड़ जाते है'. आज #मानवेन्द्र_जसोल बीजेपी को छोड़कर काँग्रेश में आ गए' जिन्होंने ना आनंदपाल प्रकरण में बोला' ना चतुर सिंह सोढा एनकाउंटर में बोले' ना जयपुर राजघराने मामले में बोले' ना पद्मावती फ़िल्म पर बोले' सामराऊ में राजपूतो के घर जलाए गए ना तब बोले' आज वो स्वाभीमानी हो गया' अम्मू जी नकली बना दिये' वाह रे सरदारो' कोई तुम्हारा साथ दे तो क्या सोचकर दे' तुम बात से फिरते इतनी जल्दी हो कि बस सुना था देखा अब है!.  सूरजपाल अम्मू जी समाज के लिए जेल गए आपके वहां तो एक मंत्री ने #पद्मावत रोकने पर हस्ताक्षर तक नही किये' उन्होंने हरियाणा से ओर भिन्न भिन्न प्रदेशो के राह एक बना दिये रोजाना कभी फ्लाइट से कभी गाड़ियों से कभी ट्रेनों से अपने दलबल के साथ पहुँचकर आपकी आवाज बन रहे थे" आखिर में इतनी बड़ी उम्र के इन्शान का हमारे भाइयो ने दिल इतना तोड़ दिया कि वो सायद अब कभी नही बोलेगे समाज हित मे ' कौन बोलेगा भाई घर छोड़कर काम करो फिर समाज के उन बन्ना लोगो की गालिया सुनो जो साथ एक फ़ोटो के लिए कड़ी धूप में घण्टो भर खड़े रहते थे' उन्होंने भी गालियां दी'.....
क्यो भाई मानवेन्द्र जसोल ने कब समाज हित की लड़ाई लड़ी ऐसी' देखिए ना मेरे वोट वहां पर ना मुझे वोट डलवाने आना ना मेरा कोई मतलब कोई जीते कोई हारे लेकिन ' जो लोग आजतक समाज के लिए एक बात नही बोले खुल्ले मंच से उनके लिए स्वाभिमान जाग गया बन्ना लोगो का कोनसा स्वाभिमान भाई ???.....

हम आपसे नाराज नही है युवा साथियो लेकिन आप अपनी जबान पर रहा करो' जबान ही राजपूतो का गहना है'.. कभी कहते हो चेतक प्यासा मर जायेगा मुगलो का पानी नही पियेगा' हम बीजेपी को वोट नही देगें काँग्रेश यह ना सोचे कि रजवाड़े काँग्रेश को वोट देंगे ' क्यो भाई अब कहा गया चेतक कहा गया पानी' कहा गया स्वाभिमान ' जो इन्शान समाज के सरदारो को बैठने के लिए मंच पर जगह नही दे सकता' पानी तक नही पूछता वह क्या समाज हित की बात करेगा?? 
  कभी कहते हो सुखदेव गोगामेड़ी जी जो कहेंगे वो होगा भाईसाहब सुखदेव जी को जगह ना दी उस इन्शान ने तो कैसा स्पोर्ट हम मानवेन्द्र जसोल का नाम ही अभी 2 महीने से सुना है सुखदेव जी को हम ओर हमारा परिवार बचपन से जानता है' हम तो उसकी स्पोर्ट करेगे जो समाज की सेवा करता है'
  अम्मू जी बीजेपी में रहकर बीजेपी में रह गए तो गालिया दी 😊 एक पार्टी राजपूतो का सर्वनाश करने वाली कांग्रेस लुटेरी रजवाड़े किल्ले जमीन तक जिसने हड़प ली' उस पार्टी को वोट देकर स्वाभीमान बता रहे है
मुबारक हो भाइयो #स्वाभिमान 🙏
खेर अब कुछ समय चुप है समय पर बोलता हूं सही जगह बोलता हूं सबको पता है!.

देखते है राजपूतो पर अत्याचार होता है तब मानवेन्द्र जी कितन लड़ते है समाज के लिए???.....
अम्मू जी चुप हो गए कही नजर आते है समाज में नही आते क्योकि तुमने लज्जित इतना कर दिया बिना बात उनको'. इसलिए क्या पता यह दिन हमे भी देखना पड़े इसलिए सदा के लिए अब चुप है चुप रहेगे🙏
तोहिन्द कराने से अच्छा है' चुप रहो ' क्यो दुश्मनी रखे हम किसी से ' क्यो अपना समय व धन का नुकशान करे' आखरी में  यूवा भाइयो से मिलनी गालियां है' राजस्थान वाले भाई वेसै #नोटा #नोटा गाते रहते थे और अब जब #चुनाव आया तो नोटा तो छोडो #समाज को ही भुल गये
वाह भाईयों वाह ये है स्वाभिमान आपका 🙏😊🙏
अब देखना यह है कि राहुल गाँधी कितनी सोनिया गाँधी कितने हक की लड़ाई लड़ती है हमारे भाइयो के लिए अब यह देखना है हमने'

यह हमारे खुद के विचार है गालियॉ देनी हो तो हमे दे मेरे परिवार को नही निवेदन है अपनो से !!!.....
चेतक से  मुगलो का पानी पिला दिया अपनो ने ही जबरदस्ती वाह भाइयो वाह कसम से दिल भर गया आज आपसे दिल से कहते है! अब आखरी राम राम तुमसे
कसूर उनका नही #हमारा ही है'
हमारी #चाहत इतनी थी की उनको #गुरुर हो गया???....       { राजपूत यूथ ब्रिगेड }

Thursday, 22 November 2018

दुर्ग सिंह जी चौहान नागौर भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया

दुर्ग सिंह जी चौहान नागौर जिले के कद्दावर और लोकप्रिय राजपूत युवा नेता है I

कल उन्होंने मेरी उपस्थिति में भाजपा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सेनी जी और यशस्वी मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे जी की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया I दुर्ग सिंह जी भारतीय जनता पार्टी के थे, है और हमेशा रहेंगे I

दुर्ग सिंह जी के भाजपा को समर्थन देने से भाजपा नागौर जिले में और मज़बूत हुई है और अभ भाजपा को खींवसर विधान सभा में चुनाव जितने से कोई भी नहीं रोक सकता है I
प्रदेश की 36 क़ौम आज भाजपा के साथ है और हमारी पार्टी कभी जातिवाद की राजनीति नहीं करती है, बल्कि हम सिर्फ़ और सिर्फ़ विकासवाद में विश्वास करते है I

Wednesday, 21 November 2018

आज में बात कर रहा हूं सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के बारे।में कुछ लोग बोल रहै थे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजनीति के लिए भाग दौड़कर रहें हैं।लेकिन अब पता चल गया होगा वो समाज के लिये काम कर रहे हैं।और ना।बीजेपी से चुनाव लड़ना चाहते ना कांग्रेस से चुनाव लड़ना चाहते हैं। तो अब बोलो  बहुत झुठे आरोप लगा रहे.थे की सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कांग्रेस मैं मिलेगे चुनाव लड़े गे। तो  देखिए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को समाज से बडकर कोई पार्टी नही कोई हैं अब आँख खोलकर देख लो। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को जो समाज के साथ क़भी भी।समाज के साथ विश्वास घात नही करगे।इसलिए हम सब को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का साथ देना है ।दोस्तों और दोस्तों ।अब म बात करता हु। महाराणा प्रताप की जो समाज के लीय घास की रोटी खाई थीं दोस्तों जो भारत को बचाने के लिए।उस वक़्त भी दुनिया मे जयचंद जैसे राजा।थे और आज भी समाज मे है

जो समाज को एक नहीं होने दिया ।ओर आज भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नही आरहें है दोस्तों।उदाहरण के लिये सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को देख लिजीय सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी को जो सर्व समाज के लिये हमें सा तैयार रहते हैं
जो समाज सेवा मैं लगें रहते हैं समाज को साथ लेकर चलते हैं दोस्तों यहाँ तक अपने परिवार के साथ भी बहुत कम समय मिलता है सुखदेव सिंह गोगामेड़ी रहने के लिए ये आपको  याद होगा आनंदपाल जी वाला मेटर जो सुखदेव सिंह ने गोगामेड़ी जी ने सबसे पहले जाकर उस माँ  को रोते  देख. कर।सबसे पहले  जाकर उस माँ को धीर बनाधा ते हैं तो  इस मैं दोस्तों कया राजनीती है दोस्तौ कुछ लोग इसे राजनीति का रंग देते हैं दोस्तों  य उनलोगो की घटीया सोच है दोस्तौ  इस लिए हम सब को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का साथ देना है दोस्तों  आज कुछ लोगों की दुकान बन्द होगई है दोस्तों इसलिए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का नाम अच्छा नहीं लगता दोस्तों यही कारण है हम एक नही हो शक्ते दोस्तों  आज सुखदेव सिंह गोगामेड़ी समाज को एक जाजम पर लाने के लिए बहुत भाग दोड़ कर रहे हैं इसलिए हम सब को इनके साथ मिल कर चलना होगा दोस्तों। तभी एक साथ मिल जूलकर रहना चाहिए एक बात और सर्व  समाज का मतलब है।36 बिरादरी मैं कीसी भी समाज पर कोई भीड़ पडती है तो  ना जाती  ना धर्म देख कर हम सबको. इनसानियत का धर्म निभा चाहिए दोस्तों उसे के बाद ना कोई लडाई ना झगड़ा. होगा।नया भारत  बनेगा दोस्तों चारों तरफ खुशहाली होगी दोस्तों  सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जैसी सोच रखने से
से भाई चार भडेगा आप सबको पता चल गया होगा की सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ही समाज का भला कर सकते हैं
ना।राजनीति का लोभ हैं ना।कोई और स्वार्थ बस सारा जीवन समाज के लिये  है दोस्तों ऐसा समाज सेवा करे वाले ढूंढ़ने से भी नही मिलेगा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी  जसे ईमानदार समाज सेवा करनेवाले।नहीं मिलेंगे दोस्तों  सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ही हमारे साथ है दोस्तों।जय हिन्द जय भारत  मेरा भारत महान जय श्री राम

Tuesday, 20 November 2018

एक साल पहले ठीक आज ही के दिन कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकटों की घोषणा की थी,

एक साल पहले ठीक आज ही के दिन कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकटों की घोषणा की थी,

कुल घोषित 77 टिकटों में मात्र 2 टिकट राजपूतों को दी गयी थी जबकि 23 टिकट पटेलों को दी गयी थी, शंकर सिंह वाघेला को बेइज्जत करके पहले ही पार्टी छोड़ने को विवश कर दिया गया था!!

बाघेला के कांग्रेस छोड़ने से पहले और इस टिकट घोषणा  से पहले राजपूत समुदाय बहुतायत में वहां कांग्रेस को वोट करने को तैयार था!!
मोदी के गृह राज्य में ही बीजेपी की करारी पराजय होने जा रही थी,
पटेल, ठाकोर, राजपूत, दलित, मुस्लिम, सब एक पायदान पर खड़े होकर गुजरात से बीजेपी की विदाई करने का संकल्प ले चुके थे।

पर कांग्रेस ने वहां राजपूतों की कद्र ही नही की, स्वतन्त्र भारत के राजनैतिक इतिहास में राजपूतो को सबसे कम टिकट दिए गए !!

राजपूत समुदाय विवश होकर भाजपा में चला गया, पटेलों की उग्रता की प्रतिक्रिया में ठाकोर वोट का बड़ा हिस्सा भी बीजेपी को मिला, शहरी मतो का बीजेपी के पक्ष में जबरदस्त ध्रुवीकरण हुआ, योगी आदित्यनाथ के प्रभाव से शहरों/अधौगिक इलाको में उत्तर भारतीयो का समर्थन भी बीजेपी को मिल गया,
विकास के नारे भूलकर मोदी ने भावनात्मक अपील की!

और इस प्रकार कांग्रेस वहां जीती हुई बाजी हार गयी!!!!!!

ठीक उसी प्रकार कोंग्रेस ने राजस्थान में किया यहां भी जीती हुई बाजी फिर से हारना तय है सरकार भाजपा ही बनाएगी...

ये अशोक गहलौत माली ही उस समय गुजरात कांग्रेस का प्रभारी था, जिसने कांग्रेस को गुजरात में जीती हुई बाजी हरवा दी थी।

अशोक गहलौत भी कम राजपूत विरोधी नही है, बस ये खुलकर वार नही करता, पर मीठी छूरी चलाता है, जाट राजपूतो की प्रतिद्वन्दिता का मजा ले रहा है