जानिए राजपुताना राइफल्स के विषय में.....
#राजपुताना राइफल्स🐯👑💪 का नाम सुनते ही पाकिस्तान🐖
की भी गान फट जाती है!!
1. ‘राजपूताना राइफल्स’ इंडियन आर्मी का सबसे पुराना और सम्मानित राइफल रेजिमेंट है. इसे 1921 में ब्रिटिश इंडियन आर्मी के तौर पर विकसित किया गया था.
2. सन् 1945 से पहले इसे 6 राजपूताना राइफल्स के तौर पर जाना जाताथा क्योंकि, इसे तब की ब्रिटिश इंडियन आर्मी के 6 रेजिमेंट्स के विलय के बाद बनाया गया था.
3. राजपूताना राइफल्स को मुख्यत: पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिए जाना जाता
4. 1953-1954 में वे कोरिया में चल रहे संयुक्त राष्ट्र संरक्षक सेना का हिस्सा थे. साथ ही वे 1962 में कौंगो में चले संयुक्त राष्ट्र मिशन का भी हिस्सा थे.
5. राजपूताना राइफल्स की स्थापना 1775 में की गई थी, जब तात्कालिक ईस्ट इंडिया कम्पनी ने राजपूत लड़ाकों की क्षमता को देखते हुए उन्हें अपनेमिशन में भरती कर लिया.
7. 2 राजपूताना राइफल्स वहां लड़ने वाली 7 आर्मी यूनिट्स में से पहली यूनिट थी, जिसे 1999 में हुए कारगिल युद्ध में बहादुरी के लिए आधिकारिक तौर पर सम्मान पत्र से नवाज़ा गया था.
8. राजपूताना राइफल्स का आदर्श और सिद्धांत वाक्य “वीर भोग्या वसुंधरा”है. जिसका अर्थ है कि ‘केवल वीर और शक्तिशाली लोग ही इस धरती का उपभोग कर सकते हैं’. अब और कुछ बाकी है क्या?
9. राजपूताना राइफल्स का युद्धघोष है... “राजा रामचन्द्र की जय”
10. प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान राजपूताना राइफल्स के लगभग 30,000 सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी.
11. मध्यकालीन राजपूतों का हथियार कटार और बिगुल राजपूत रेजिमेंट का प्रतीक चिन्ह है.
12. राजपूत रेजिमेंट और राजपूताना राइफल्स दो अलग-अलग आर्मी यूनिट हैं.
13. दिल्ली में स्थित राजपूताना म्यूजियम राजपूताना राइफल्स के समृद्ध इतिहास की बेहतरीन झलक है. यह पूरे भारत के सबसे बेहतरीन सेना म्यूजियमों में से एक है.
14. 6th बटालियन राजपूताना राइफल्स के कम्पनी हवलदार मेजर पीरू सिंहशेखावत को 1948 में हुए भारत-पाक युद्ध के बाद, मरणोपरांत सेना में अदम्य साहस के लिए दिए जाने वाले तमगे “परम वीर चक्र” से नवाज़ा गया.
15. राजपूताना राइफल्स को आज़ादी पूर्व 6 विक्टोरिया क्रॉस से नवाज़ा गया है. जो अदम्य साहस, इच्छाशक्ति और अभूतपूर्व सेवाभाव का परिचायक है.
16. राजपूताना राइफल्स के अधिकतर मेंबरान अपनी विशेष शैली की मूछों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं.
अब तक आपको इतना तो समझ में आ ही गया होगा कि पूरी दुनिया की फौजें और ख़ास तौर पर पाकिस्तान और चीन की फौज “राजपूताना राइफल्स” से इतना ख़ौफ क्यों खाती हैं.
इस बात पे नाना पाटेकर और अमिताभ बच्चन, जैकी श्रॉफ की मूवी #कोहराम ka नाना जी द्वारा बोला गया हुआ एक डायलॉग याद आ गया,.
जिसमे नाना ( मेजर आदित्य आर्या )
जी बोलते है की
#राजपुताना_राइफल अपने दुश्मन को कभी नहीं बख्शता, सिर्फ मौत देता है !!
और जैकी श्रॉफ (मेजर राठौड़ )
द्वारा बोला गया एक डायलॉग
की
हम राजपुताना राइफल वाले है,
खोपड़ी ख़राब हो जाये तो दुश्मन के भी हद को पार कर जाते है, फिर तुम तो अपने ही देश के दुश्मन हो !!!
अल्टीमेट मूवी !!
राजा रामचंद्र की जय !!
raja राम चंद्र की जय !!!
जय भवानी जय श्री राम जय राजपुताना
#राजपुताना राइफल्स🐯👑💪 का नाम सुनते ही पाकिस्तान🐖
की भी गान फट जाती है!!
1. ‘राजपूताना राइफल्स’ इंडियन आर्मी का सबसे पुराना और सम्मानित राइफल रेजिमेंट है. इसे 1921 में ब्रिटिश इंडियन आर्मी के तौर पर विकसित किया गया था.
2. सन् 1945 से पहले इसे 6 राजपूताना राइफल्स के तौर पर जाना जाताथा क्योंकि, इसे तब की ब्रिटिश इंडियन आर्मी के 6 रेजिमेंट्स के विलय के बाद बनाया गया था.
3. राजपूताना राइफल्स को मुख्यत: पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिए जाना जाता
4. 1953-1954 में वे कोरिया में चल रहे संयुक्त राष्ट्र संरक्षक सेना का हिस्सा थे. साथ ही वे 1962 में कौंगो में चले संयुक्त राष्ट्र मिशन का भी हिस्सा थे.
5. राजपूताना राइफल्स की स्थापना 1775 में की गई थी, जब तात्कालिक ईस्ट इंडिया कम्पनी ने राजपूत लड़ाकों की क्षमता को देखते हुए उन्हें अपनेमिशन में भरती कर लिया.
7. 2 राजपूताना राइफल्स वहां लड़ने वाली 7 आर्मी यूनिट्स में से पहली यूनिट थी, जिसे 1999 में हुए कारगिल युद्ध में बहादुरी के लिए आधिकारिक तौर पर सम्मान पत्र से नवाज़ा गया था.
8. राजपूताना राइफल्स का आदर्श और सिद्धांत वाक्य “वीर भोग्या वसुंधरा”है. जिसका अर्थ है कि ‘केवल वीर और शक्तिशाली लोग ही इस धरती का उपभोग कर सकते हैं’. अब और कुछ बाकी है क्या?
9. राजपूताना राइफल्स का युद्धघोष है... “राजा रामचन्द्र की जय”
10. प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान राजपूताना राइफल्स के लगभग 30,000 सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी.
11. मध्यकालीन राजपूतों का हथियार कटार और बिगुल राजपूत रेजिमेंट का प्रतीक चिन्ह है.
12. राजपूत रेजिमेंट और राजपूताना राइफल्स दो अलग-अलग आर्मी यूनिट हैं.
13. दिल्ली में स्थित राजपूताना म्यूजियम राजपूताना राइफल्स के समृद्ध इतिहास की बेहतरीन झलक है. यह पूरे भारत के सबसे बेहतरीन सेना म्यूजियमों में से एक है.
14. 6th बटालियन राजपूताना राइफल्स के कम्पनी हवलदार मेजर पीरू सिंहशेखावत को 1948 में हुए भारत-पाक युद्ध के बाद, मरणोपरांत सेना में अदम्य साहस के लिए दिए जाने वाले तमगे “परम वीर चक्र” से नवाज़ा गया.
15. राजपूताना राइफल्स को आज़ादी पूर्व 6 विक्टोरिया क्रॉस से नवाज़ा गया है. जो अदम्य साहस, इच्छाशक्ति और अभूतपूर्व सेवाभाव का परिचायक है.
16. राजपूताना राइफल्स के अधिकतर मेंबरान अपनी विशेष शैली की मूछों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं.
अब तक आपको इतना तो समझ में आ ही गया होगा कि पूरी दुनिया की फौजें और ख़ास तौर पर पाकिस्तान और चीन की फौज “राजपूताना राइफल्स” से इतना ख़ौफ क्यों खाती हैं.
इस बात पे नाना पाटेकर और अमिताभ बच्चन, जैकी श्रॉफ की मूवी #कोहराम ka नाना जी द्वारा बोला गया हुआ एक डायलॉग याद आ गया,.
जिसमे नाना ( मेजर आदित्य आर्या )
जी बोलते है की
#राजपुताना_राइफल अपने दुश्मन को कभी नहीं बख्शता, सिर्फ मौत देता है !!
और जैकी श्रॉफ (मेजर राठौड़ )
द्वारा बोला गया एक डायलॉग
की
हम राजपुताना राइफल वाले है,
खोपड़ी ख़राब हो जाये तो दुश्मन के भी हद को पार कर जाते है, फिर तुम तो अपने ही देश के दुश्मन हो !!!
अल्टीमेट मूवी !!
राजा रामचंद्र की जय !!
raja राम चंद्र की जय !!!
जय भवानी जय श्री राम जय राजपुताना
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